शब्दों में संवेदनाएं.....
सोमवार, 11 अगस्त 2008
कुछ पंक्तियाँ ऐसी भी.....
हमारी ज़िन्दगी कभी हमीं से रूठ जाती है ,
जो दिल में दर्द होता है तो हिम्मत टूट जाती है ,
सुना है ग़म में सबकी आँखों से आंसू निकलते हैं ,
पर हमारी तो ग़म में भी हँसी छूट जाती है.......
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