शब्दों में संवेदनाएं.....
बुधवार, 21 अक्तूबर 2009
एक परिचय ऐसा भी ...
उसके बारे में कहने को जो बोलोगे मुझसे तुम,
जीवन की अंतिम साँस तक भी कह मैं सकता हूँ,
खुद के बारे में कहने का कभी सोचूं अगर जो मैं,
न चुप रहते ही बनता है न कुछ कहते ही बनता है.........
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