बुधवार, 21 अक्तूबर 2009

लोन

" बाबूजी ने कर्ज़ा लिया था ,
उसे चुकाने के लिए लोन लिया सर " ,
" बड़ा और बेघर परिवार था ,
घर बनाने के लिए लोन लिया सर " ,
" लोन लिया सर,
बेकार भाई को धंधे के लिए पूँजी दी ",
"लोन लिया सर ,
अपनी तीन बहनों की शादियाँ की ",
"लोन लिया सर ,
माँ-बाप की ज़िद थी उन्हें तीरथ जाना था ",
"लोन लिया सर '
"वाइफ का इलाज करना था ",
"अपनी भी मुनिया की शादी करने के लिए
लोन लिया सर" ,
"बबुआ को अच्छे कालेज में पढ़ने के लिए
लोन लिया सर " ,
"अब तो न लोन मिलता है न तनख्वाह पा रहा हूँ
महीने की पहली तारीख़ को भी रोज़ की तरह
घर जा रहा हूँ" ,
"परेशान था , कारण सुन कर सबने मुझसे ही सवाल किया
"क्या ज़रुरत थी पैसे उडाने की ?
आखिर लोन क्यों लिया" ?
" बस इतना सुना और कुछ कह नहीं पाया
इस सवाल की चोट को सह नहीं पाया "
"कल रात से ही रह -रह कर सीने में बहुत तेज़ टीस जग रही है
नींद नहीं आ रही है "
" खुली हवा में भी घबराहट और बेचैनी
छा रही है"
"आज तक मैंने जिनकी सारी ज़रूरतें पूरी की
पता नहीं मेरे बाद मेरे जाने का सामान भी खरीदेंगे की नहीं "
"इसीलिए आपके पास आया हूँ ,
मिल सकता है क्या ,प्लीज़ बताइए सर,
" मुझे आखिरी बार लेकिन खुद के लिए पहली बार
एक और लोन चाहिए सर" !

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